' मम्मी ! आपको कैसे
पता चल जाता
है किसका फ़ोन
है ?'
'अरे ! ये तो
श्रीकांत है ! हेलो
बेटा ! कैसा है
तू ? '
' आंटी, आपको एक बात बतानी थी !'
उसके लहजे में
पह्ले बसंत की कच्ची
फुलवारी में खिली पहली कली
की महक आ
रही थी मुझे
!...
जिसकी किस्मत में ना
खिलना लिखा था ना
ही फलना !
मगर फिर भी
!
मैं उस कली
को यों ही
तो नहीँ कुचल
सकती ना !
मुशक़ को कब
कोई मुठ्ठी कैद
कर सकी कभी
?
पह्ला बसंत
है तो कभी
पुरजोर बहार भी
आएगी !.....
'आंटी ss!'
' अभी फर्स्ट टर्म में
क्या स्कोर रहा
?'
'78 % '
'सेकंड में 80% होने चाहिये
!'
' जी आंटी ! '
'और उसके भी
! '
'जी आंटी ! थैंक्यू आंटी
! आप बहुत अच्छी हो
...'
'बस बस, फोन
रखती हूँ '
'जी आंटी !'
- मुखर ! http://kavita-mukhar.blogspot.in
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