Tuesday, March 25, 2014

ऍफ़ बी चुनाव ( चॉइस )

25 March 2014 at 19:02
लोकसभा चुनाव में चार सीटें
इस बार फेसबुक से भी हैं ,
             - उन्होंने बताया !
हमने 'भैये क्या कै रिये हो ' अंदाज में
भौंवें उठाया और फ़रमाया -
फेसबुक पे जो भी आया ,
थोड़े दिनों तो
'फोटो-र-मोटर ' का रंग जमाया ,
नए पुराने, खोये पाए दोस्तों को
             खूब गले लगाया...
फिर पतली गली से सटक लिए !

अब जो थोड़े बहुत बचे हैं
उनके पास थोडा सा तो दिल है
और (या) थोडा दिमाग भी...
इन एक्टि -विस्टों , साहित्य-कारों
या फिर उनके चाटू- कारों..
आदि आदि इत्यादियों को ही कब
'साम - दाम - 'वाम ' तरीका भाया ?

गोदाम भर भर पैसा कमाएंगे ...
जी भर भर देश का बाजा बजायेंगे...
कभी इस दल तो कभी उसमें जायेंगे ...
क्या हुआ जो न घर का न घाट का कहायेंगे ...

हे प्रभु ! कमसेकम इस वर्चुअल वर्ल्ड को तो
इस राज - नीति से बचाओssss
भैये जाओ ! इस हमाम में तुम ही नहाओ !!
                         
    मुखर 

Saturday, March 8, 2014

 " सहगामिनी "
*************
टटोल लेती हूँ मैं -
कभी राखी,
तो कभी मंगलसूत्र .
भर लेती हूँ अपने हाथ
कभी मेहंदी महिला दिवस पर -
कभी रंगोली
तो कभी सिंदूर !
सहला लेती हूँ
मेरा आज, मेरा कल,
तो कभी पेट में पड़ा एक बल !

बस हाथ लगते ही
टीस सी उठती है
ये सब- कैसे कब
मेरे हाथ लगे ?
मैंने चाह था ?
मैंने माँगा था ?
मैंने तो कोई राह
कभी चुनी ही नहीं
हमेशा रही आश्रित
हमेशा कहलाई सहगामिनी !
                      - मुखर .